Friday, April 5, 2024

JII CHAAHTA HAI ( JALAD AA )

 

                             जी चाहता है 


जी चाहता है मेरा ,सावन की बदरी बन जाऊँ ,

ऊपर नीले आसमान में ,जाकर पवन संग खेल दिखाऊँ ,

रिमझिम -- रिमझिम जल बरसाऊँ || 


सब को मुस्कानें बाँट  दोस्तों ,मैं भी खूब - खूब मुस्काऊँ ,

संग दामिनी के खेलूँ , सभी के दिल जब ,

दामिनी की कड़क से डर के ,

छिप जाएँ तो मैं उनको धड़काऊँ || 


बरखा रुके जब रवि झाँके ,तब आसमान में रंग -बिरंगा ,

इंद्रधनुष बन मैं छा जाऊँ ,इंद्रधनुष बन मैं  छा जाऊँ ,

बड़ों और बच्चों ,सभी को मैं खुश कर जाऊँ ,

बस यही मेरा जी चाहता है ,जी चाहता है || 

 

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