अपनी
ये दुनिया हमारे लिए ,एक किराए का घर है दोस्तों ,
जितने दिन के लिए हमें मिला है ,हम रह सकते हैं ,
उसके बाद ,खाली करके जाना ही होगा ||
दुनिया चलाने वाली शक्ति ,जिसने हमें यहाँ भेजा है ,
अनुबंध के समय के बाद ,हमें वापस बुला लेगा ,
आखिरी फैसला तो ,उसी शक्ति के हाथ है दोस्तों ||
दुनिया के इस घर को ,प्यार से ,अपनेपन से सजा लो ,
किराए का घर तो सजाने पर भी ,अपना नहीं हो सकता ,
मगर ये दुनिया तो ,उस महान शक्ति ने बनाई है ,
इसे सजाओगे तो ,जीवन भर के लिए ,
यह अपनी हो जाएगी ,सच में अपनी हो जाएगी ||
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