Tuesday, July 9, 2024

DRISHTIKON ( KSHANIKAA )


                         दृष्टिकोण 


आँखें मिली हैं सबको ,दुनिया को देखने के लिए ,

देखने की शक्ति मिली ,सभी को बराबर - बराबर || 


मगर आँखों को ,दृष्टिकोण नहीं मिला ,

कुछ भी देखकर ,उसके बारे में ,

आँखें अपना दृष्टिकोण ,नहीं बना सकतीं || 


दृष्टिकोण तो ,मस्तिष्क ही बना सकता है ,

क्यों कि सोचने ,समझने की शक्ति तो ,

मस्तिष्क को ही मिली है || 


और वही ,आँखों द्वारा देखे गए ,

सजीव और निर्जीव ,दृश्य के बारे में ,

टिप्पणी दे सकता है ,

वही तो दृष्टिकोण को ,जीवंत कर सकता है || 


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