धन्यवाद
मन - बीन बजा कर ,निर्णय ले
सुंदर सा ही तू ,निर्णय ले ,
ईश्वर ने जो ,तेरा भाग्य लिखा ,
तू क्यों कोई भी ,निर्णय ले ??
होगा तो वही ,जो उसने लिखा ,
चिंताएँ तू तो सब तज दे ,
उसने तो सब ,सुंदर ही लिखा ,
जो तेरे लिए ,उसने है लिखा ||
तू अपने ही ,कर्म किए जा ,
सारे ही कर्म ,सुंदर हों ,
ऐसा ही तू सब ,सोच ले ,
और सुंदर कर्मों का ,निर्णय ले ||
तेरे लिए जो ,सुंदर होगा ,
वही तो उसने लिखा होगा ,
तुझे उससे ,जो भी मिला है ,
उसको संजो ले और निर्णय ले ,
कर उसे धन्यवाद ,कर उसे धन्यवाद ||
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