Sunday, July 28, 2024

TALAB ( KSHANIKAA )

 

                              तलब 


तलब हर किसी को लगती है ,किसी ना किसी की ,

किसी को चाय की ,तो किसी को कॉफी की ,

हर किसी के स्वाद अलग -अलग हैं ,

किसी को चाय खूब मीठी चाहिए ,किसी को कॉफी कड़वी || 


किसी को लेखन की तलब है ,

कोई लिखता कहानी ,तो किसी की लेखनी गीत लिखती ,

कहानी और गीत का दायरा भी ,सबका अलग -अलग है ,

कोई लिखता प्रेम की चाशनी में डूबी रचना ,

और कोई दुःख भरी दास्तां || 


सभी का अलग दायरा है दोस्तों ,सभी की अपनी सोच ,

मत सोचो दोस्तों ,सब के बारे में ,नहीं तो ,

दिल - दिमाग में  आ जाएगी मोच ,हाँ जी मोच || 


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