Sunday, July 21, 2024

MAN KI JEET ( KSHANIKAA )


                     मन की जीत 


मोरा मन जानत है ,तोहरे मन की बात ,

तोहरा मन भी तो जाने ,मोरे मन की बात ,

मन ही मन का दोस्त है ,मन की ही है प्रीत ,

दोस्त करे अपनी मनमानी ,यही है वाकी रीत || 


मन झूमत है मस्ती में ,मानो हुई गवा बावरा ,

यही तो मन की रीत है ,जैसे मिला साँवरा ,

साँवरे के प्रेम में ,डूब गया होकर मदमस्त ,

नाच - नाच के थका हो ,मगर ना होगा पस्त || 


जग की रीत के साथ ही ,मन की अद्भुत रीत ,

मन हारा तो हम हारे , मन जीता तो हम जीते ,

इसका तो मतलब ,यह हुआ ना ,

मन के हारन से ही हार है ,मन के जीतन से ही जीत || 


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