Monday, July 29, 2024

JIVAN OR SAMAY ( KSHANIKAA )

 

                            जीवन और समय 


जब धरा पर हम आए ,तब हालात कैसे थे ?

जीवन आगे बढ़ा ,तो समय बदलता चला गया ,

हालात बदलते चले गए || 


जीवन बीतते -बीतते ,समय बहुत बदला दोस्तों ,

समय की प्रवृत्ति ही ऐसी है ,बदलता रहता है || 


जीवन के लंबे समय में हम ,समय के बदलने की ,

प्रतीक्षा कर सकते हैं ,कोशिश कर सकते हैं ,

और उन कोशिशों को पूर्ण कर ,

समय को बदल सकते हैं || 


मगर समय हमें जीवन को ,दोबारा नहीं दिलवा सकता ,

जीवन सिर्फ एक बार ही मिलता है ,

कोशिश करने के बावजूद भीदोस्तों ,

जीवन दोबारा नहीं मिल सकता ,नहीं मिल सकता || 

 

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