Wednesday, January 26, 2022

DOSTI ( KSHANIKA )

                        
              दोस्ती

           
     समय चक्र चलता जाता है ,
      गया पुराना , नया है आया ,
     बिछुड़े का तुम गम ना करना ,
     स्वागत है आने वाले का  ||


  बात दोस्ती की है , तो दोस्तों तक जाएगी ,
  दोस्तों के साथ ही तो ये , रिश्ते सभी निभाएगी  ||


  दूर हों या पास में , दोस्त तो हैं दिल में ,   
  भूले नहीं हैं हम जिनको , तो याद कैसे आएगी  ??

 
  एक वक्त था जब हम साथ थे ऐ - दोस्त ,
   रोज़ मिलते थे समय साथ बिताते थे ,
  आज दूर हैं तो क्या ग़म है ?
    दिल में याद तो समायी है  ||


   तारीखों को बगल दबा कर , उड़ - उड़ करता रहा कलैण्डर ,
    कुछ तारीखें रचतीं इतिहास , कुछ तारीखें करतीं  परिहास ,
    रुकता नहीं है वक्त कभी भी , वक्त भी तो है एक कलन्दर  ||
                              
    स्वास्थ्य रहे   सबका उत्तम ,रहे खुशियों भरा परिवार ,
   यही दुआ है हम सबकी , यही दुआ है हम सबकी ||        
                                                                                

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