आओ परी
बच्चों की कल्पना की दुनिया ,
ये है परियों की दुनिया ,
मेरी नन्हीं सी गुड़िया है मेरी परी ,
उसी में बसी है ,मेरी परियों की दुनिया |
परियों के पास होती ,एक जादू की छड़ी ,
उसे ही घुमा कर ,होता जादू का तमाशा ,
दूध से श्वेत वस्त्र धारण कर ,
गोरी -गोरी सी परियाँ मुस्कान ले के आएँ |
दो पंखों के सहारे ,उड़ -उड़ के आएँ ,
अपनी मुस्कान से ,हमारा दिल भी खिलाएँ ,
छड़ी को घुमाएँ और अपने ,
जादू से सबकी ,इच्छा पूरी कर जाएँ |
ऐसे ही तो सब उनसे खुश हो जाएँ ,
आओ नन्हीं परियों हमारे पास आओ ,
इच्छा पूरी कर जाओ ,दिल खुश कर जाओ ,
आओ ,आओ ,आओ |
No comments:
Post a Comment