साथी मेरे
रंग भरे बादल पे ,अपने इस आँचल पे ,
लिख दिया मैंने तेरा नाम ,ओ मेरे साथी रे |
जीवन बीत रहा तुम संग ,प्यार का उसमें भरा है रंग ,
बीत जाए यूँ ही जीवन ,रहें हमेशा हम संग -संग ,
ओ मेरे साथी रे |
लंबी बहारें देखी हैं ,फूलों की कतारें देखी हैं ,
सावन की फुहारें देखी हैं ,दीपों की कतारें देखी हैं ,
ओ मेरे साथी रे |
बदरा की इस रिमझिम में ,चल दो मेरा हाथ पकड़ ,
बरसा दें हम भी मुस्कानें ,हाथों में हाथ पकड़ ,
ओ मेरे साथी रे |
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