नन्हा नाती
जिसने मेरे पद को बढ़ाया ,मुझको नानी बनाया ,
आया जब गोद में ,अनुभव हुआ अनूठा ,
उस अनुभव को ,उस धड़कन को ,
ना बाँट सकी किसी से मैं |
रुक गया था समय मानो ,
चाहे घड़ी की सूईयाँ चल रहीं थीं ,
रुक गई थी धड़कन मानो ,
चाहे साँसें चल रहीं थीं |
मेरी प्यार भरी लोरियाँ सुनकर ,
जब वह मेरी गोद में सोता ,
लगता पूरा संसार ही था ,
मेरी गोद में था सोता |
चलना ,खेलना ,खाना ,सोना ,
सभी मेरे संग था होता ,
आज भी वह नन्हा नाती ,
मेरी कविताओं और गीतों पर समीक्षा देता |
जिंदगी खुशनुमा बनाई उसने ,
किलकारियों से है सजाया ,
मैं हूँ संसार की सबसे सुखी नानी ,
क्योंकि मेरा नन्हा नाती ,मेरी जिंदगी में आया |
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