Thursday, January 6, 2022

NANHA NAATI ( JIVAN )

 

                     नन्हा  नाती


जिसने मेरे पद को बढ़ाया ,मुझको नानी बनाया ,

आया जब गोद में ,अनुभव हुआ अनूठा ,

उस अनुभव को ,उस धड़कन को ,

ना बाँट सकी किसी से मैं | 


रुक गया था समय मानो ,

चाहे घड़ी की सूईयाँ चल रहीं थीं ,

रुक गई थी धड़कन मानो ,

चाहे साँसें चल रहीं थीं | 


मेरी प्यार भरी लोरियाँ सुनकर ,

जब वह मेरी गोद में सोता ,

लगता पूरा संसार ही था ,

मेरी गोद में था सोता | 


चलना ,खेलना ,खाना ,सोना ,

सभी मेरे संग था होता ,

आज भी वह नन्हा नाती ,

मेरी कविताओं और गीतों पर समीक्षा देता | 


जिंदगी खुशनुमा बनाई उसने ,

किलकारियों से है सजाया ,

मैं हूँ संसार की सबसे सुखी नानी ,

क्योंकि मेरा नन्हा नाती ,मेरी जिंदगी में आया | 


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