Thursday, January 13, 2022

VIDESH YAATRAA ( KSHANIKA )

 

                     विदेश यात्रा 

 

बेटा गया जब पढ़ने विदेश ,हम भी खुश हुए खूब दोस्तों ,

जब डिग्री मिलने लगी ,हम भी चले उसके पास दोस्तों | 


ख़ुशी - लंबा हवाई सफर ,तय किया हमने दोस्तों ,

वहाँ उतरकर बाहर निकले ,तो बेटे को देख खुश हुए दोस्तों | 


धीरे -धीरे वहाँ का रहन -सहन ,जानने लगे दोस्तों ,

उसके दोस्तों से मिलकर ,हमें बहुत अच्छा लगा दोस्तों | 


उनकी किचन भी अनजानी थी ,हुई उससे भी दोस्ती दोस्तों ,

नयी -नयी जगह जब घूमे ,वो भी परिचित लगीं दोस्तों | 


कुछ परिचित सा ,कुछ नया सा लगा दोस्तों ,

घूमने पर जब जो देखा ,सभी प्यारा सा लगा दोस्तों | 


फंक्शन होने के बाद ,हम खुश थे दोस्तों ,

बेटे को अच्छी जॉब मिली दोस्तों | 


समय उड़ चला ,पंख लगा के दोस्तों ,

वापस लौटने का समय भी ,आ गया जल्दी ही दोस्तों ,

हो गई विदेश यात्रा भी ,हमारी दोस्तों | 

 


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