मतवाला
नदिया के उस पार नहीं है ,कोई बावरा मतवाला ,
रहता नहीं है कोई अकेला ,प्यार में डूबा मतवाला |
किस्मत में किसकी उस पार ?रहने का है घरौंदा बंधु ,
किसके पास हम जा सकते ?किसको कहदें मतवाला ?
नदिया के इस पार हम बसे ,नदिया के उस पार कोई ना ,
चलो चलें हम ही वहाँ पर ,जहाँ ना कोई मतवाला |
चलते हैं हम वहाँ -वहाँ ,जहाँ ले जाए हमें दिलवाला ,
दूर किनारे पर ना है कोई ,वहाँ बसेगा ये मतवाला |
आप भी आना तुम भी बंधु ,जब बन जाए महल हमारा ,
इस मतवाले का झोंपड़ा भी ,कहलाएगा महल हमारा |
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