Monday, January 17, 2022

CHANDANI ( KSHANIKA )

  

                चाँदनी 

 

जन्म लिया जब बच्चों ने ,मात -पिता भी जन्मे तब ,

तभी से उनकी आँखों में ,सपने तिरते गए नए ,

उन नन्हें बच्चों के लिए | 

 

शायद वो उनके उलझे और ,अनसुलझे सपने थे ,

जोपूरे नहीं हुए कभी ,बच्चों में वही सपने ,

पूरे करने की ख्वाहिश ने जन्म लिया | 

 

खुद से बड़ा करने की ख्वाहिश ,

अधिक सुंदर जीवन देने की ख्वाहिश ,

खुद तो जो जुगनु बन रहे जिंदगी भर ,

बच्चों को चाँद बनाने की ख्वाहिश | 

 

दुनिया के कँटीले अंधकार में ,

मात -पिता का जीवन बीत चला ,

मगर बच्चों को चमकाएँ ,

दुनिया के ऊपर स्वच्छ गगन में ,

चमकीली चाँदनी लिए ,

धवल सी चाँदनी लिए | 


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