ओ - रचेता
ओ रचेता ,तेरी बनाई इस दुनिया में ,फूलों के संग काँटे भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,दुःखों के संग सुख भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,आँसुओं के संग मुस्कानें भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,पतझड़ के संग बहारें भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,तपन के संग फुहारें भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,तूफानों के संग बयारें भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,दर्द के संग दवा भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,तड़प के संग राहतें भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,जलन के संग शीतलता भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,मझधार के संग किनारे भी हैं |
तेरी इस दुनिया में , पर्वतों के संग नदियाँ भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,सूखे के संग जलधार भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,तपते रेगिस्तान हैं अगर ,
तो तेरी इस दुनिया में ,महासागर भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,दिल के संग दिमाग भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,दुश्मन के संग दोस्त भी हैं |
तेरी इस दुनिया में ,ऊँचाइयों के संग गहराइयाँ भी हैं ,
तेरी इस दुनिया में ,पिंजरों की कैद के संग उड़ानें भी हैं |
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