अरमां
दिल के अरमां मचल गए ,
ख्वाब सुनहरे संभल गए ,
आज ख़ुशी के मौके पर ,
दो आँसू भी निकल गए |
चाँद क्षण गुजरे तेरी याद में ,
वो ही तो लाए खुशियाँ ,
जीवन की राहों पर तेरी ,
बिखरें मुस्कानों की कलियाँ |
कोई खुश्बू कोई महक ,
नहीं मेरे पास जो दूँ तुझे ,
बस एक दिल है मेरे पास ,
वही सौंप देती हूँ तुझे |
तुम जो पास होते मेरे ,
देती ये दुआएँ सामने से ,
अरे ये क्या कह गई मैं ?
तुम बैठे तो हो मेरे सामने ,
ख्यालों में तो तुम ही तुम हो |
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