हम मुस्काए ( जलद आ )
दिल का दर्द छिपा कर ,हम मुस्काए ,
अंदर तक ये कसक छिपी थी ,तुम ना आए |
छा गईं घटाएँ अंबर में ,
तब चलीं हवाएँ तपन लिए ,
ऐसे में आई याद तेरी ,
तब से ये दिल है जलन लिए ,
उस जलन को पीकर हम मुस्काए |
हर पल किया तेरा ,
इंतजार हमने ,
देखे हमने कितने ?
सुंदर सपने ,
सपने जो टूटे तो हम मुस्काए |
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