भुला के
संसार की हर शय को ,
पाया है तुझे पा के ,
तेरी बाँहों में आई हूँ ,
दुनिया को मैं भुला के |
जीवन के रास्ते में ,
चलती हूँ इस तरह से ,
चलता हो कोई राही ,
मंजिल को अपनी पा के |
खुशियाँ मेरे दामन में ,
यूँ भर गईं हैं साजन ,
ज्यूँ बहार ठहर जाए ,
गुलशन में किसी जा के |
खुशियाँ मिलें सभी तुझे ,
हर तमन्ना हो पूरी तेरी ,
तेरी ख़ुशी को ढूँढूँगी ,
मैं जिंदगी गँवा के |
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