Tuesday, February 18, 2025

SAANCH ( KSHANIKAA )

 

                                  साँच 


जिंदगी में हर पल डूबा है ,प्यार में ,

कभी विश्वास में ,कभी अविश्वास में ,

मगर हर पल सुकून की श्वांस में  || 

 

कभी कोई समस्या आए तो ,

हाथ किसी अपने का है अपने हाथ में ,

दो मीठे बोल ,गूँज रहे अपने कान में  || 

 

मत सोचो दोस्त ,किसी गुजरे पलों को ,

मत सोचो दोस्त ,किसी के कड़वे बोलों को ,

सिर्फ यही पल तो ,जीवन में साँच है  || 

 

बीते पल के माया जाल से निकल ,

आने वाले पल के , भ्रम में ना फँस ,

 सिर्फ यही पल तो ,जीवन में साँच है  || 


आज हम मुस्काएँगे ,तो जग भी मुस्काएगा ,

जग के मुस्काने से , वक्त भी मुस्काएगा ,

तभी तो जीवन होगा पूर्ण , हमारी मुस्कान में  || 

 

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