दुनिया चिड़िया की
नन्हीं सी चिड़िया रानी ,
कहाँ चलीं भई कहाँ चलीं ?
मेरे घर में आओ ना ,
दाना ,चुग्गा खाओ ना ,
पानी पी आराम करो ,
घोंसला यहीं बनाओ ना |
ये छोटी सी खिड़की मेरी ,
हवा ,धूप सब आएगी ,
तिनके ,कतरन पास में ही तो ,
सभी इकट्ठे किए हैं मैंने ,
इन सबसे तुम नया घोंसला ,
खिड़की में बनाओ ना |
मेरा राजा बेटा है ,
मेरी गुड़िया रानी है ,
दोनों को तुम मीठे गीत ,
गा कर सुनाओ ना ,
उड़ - उड़ कर तुम उनको ,
अपने खेल दिखाओ ना |
दोनों तुमको प्यार हैं करते ,
तुको देख -देख खुश होते ,
तालियाँ खूब बजाएँगे ,
तुमको खुश कर जाएँगे ,
तुम भी उन दोनों पर ,
अपना प्यार बरसाओ ना ,
घोंसला यहीं बनाओ ना |
No comments:
Post a Comment