ये यादें
" भूली - बिसरी यादें मेरे ,
हँसते गाते बचपन की ",
आतीं हैं ये यादें मेरे ,
नींद चुराने नैनन की |
गुदगुदाती हैं ये यादें ,मेरे दिल को ,
छेड़ जातीं हैं ये यादें ,मेरे दिल को |
मुस्कराहट की वजह होती हैं ,ये यादें ,
गुनगुनाने की वजह होती हैं ,ये यादें ,
कदमों में गति भर देतीं हैं ,ये यादें ,
उड़ने को मजबूर कर देती हैं ,ये यादें ,
रुनझुन पायल सी बज उठतीं हैं ,ये यादें ,
जब बचपन के पिटारे से ,
निकल आतीं हैं ये यादें |
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