प्यार का दर्द
इस नीले गगना तले ,प्यार का दर्द पले |
दुनिया बनाने वाले ने ,प्यार के फूल खिलाए ,
साथ में उन फूलों के ,काँटे भी थे लगाए |
प्रेम,प्यार की राहों को,ऊबड़-खाबड़ बनाया,
उन राहों के आगे, no entry का बोर्ड लगाया |
कुछ राही तो फिर भी,जाते उन्हीं राहों पर ,
कैसे रह पाएँगे वो ,जब जाएँगे ना उधर ?
उन राहों पर चलकर,और प्यार को अपनाकर,
वो दर्द सहन करते हैं,किसी के प्यार में डूबकर |
वो रही हैं मतवाले ,वो हैं भी हिम्मतवाले ,
तभी तो खोलें हैं , no entry के ताले |
पर दर्द में जब पड़ते हैं ,उसको सहन करते हैं ,
तब वही रही हरदम ,रचेता को याद करते हैं |
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