तारीख
तारीख आज की याद रहे ,
05 /06 /2021 ,
कभी नहीं आएगी फिर से ,
05 /06 /2021 |
भिन्न - भिन्न तारीखें आतीं ,
नए -नए दिन को दर्शातीं ,
दिन ,महीने ,वर्ष बदलते ,
मगर सूर्य ,चंद्रमा वही रहते |
कभी संजोग ऐसा ही आता ,
जो चेहरे पर मुस्कान जगाता ,
आओ हम भी कुछ कर जाएं ,
सबके चेहरे पर मुस्कान जगाएं |
तारीख एक हम लिख जाएँ ,
याद रखे फिर हमें जमाना ,
सबकी मुस्कानों में हम हों ,
सबके दिलों को हम धड़काएँ |
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