नन्हें से ख्वाब
देश हुआ आज़ाद हमारा,सच में क्या आज़ाद हुआ?
पहले अंग्रेजों के गुलाम थे ,अब हम अंग्रेजी के हुए |
पहले परंपराएँ थीं अपनी ,अब रूढ़िवादिता हुई ,
पहले पंडित मौलवी थे,अब बाबाओं की बानी हुई |
पहले घर में बड़े लोग थे,समझाते हर बात को ,
अब घर में कम्प्यूटर हैं ,हल करते हर बात को |
सबसे आज़ादी चाहें हम ,नहीं बंदिशें चाहते ,
नन्हें -नन्हें ख्वाब हमारे ,पूरा करना चाहते |
दुनिया को खुशहाल हमेशा ,निरोगी,खुशियों भरी,
पेड़ों की हर डाली हो ,पत्तों से सदा हरी -भरी |
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