अहसास
जिंदगी सादी और सच्ची है , तो क्या लाभ है ?
सजावट की जरूरत नहीं है दोस्तों ,
जिंदगी में कर्म कर रहे हो तुम ,
दूसरों की मुस्कान के लिए , यही कर्म है दोस्तों ,
सत्कर्मों से ही ईश्वर प्रसन्न होंगे ,
और तुम्हें आशीर्वाद देंगे दोस्तों ||
राज मत रखो दुनिया से ,
कि तुम्हारे दोस्त ही , ना बन पाएँ दोस्तों ,
मगर खुली किताब भी , ना बन जाओ दोस्तों ,
कि पढ़ कर सब रद्दी में डाल दें दोस्तों ||
कुछ अहसास जमा कर लो दोस्तों ,
यही तो सच्ची और अच्छी यादें हैं ,
दिल में अहसास मीठे होंगे ,
तो दिल शांत और सुंदर रहेगा ,
जिंदगी सुखपूर्वक ही बीत जाएगी ,
मुस्कानें खिल जाएँगी ,
तो उन मुस्कानों को खिला लो दोस्तों ||
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