हमारा आज
तुमने जो पुकारा हमको , हम चले आए ,
हमारे जीवन में तुमने , बहुत फूल खिलाए ,
वो फूल हमारे जीवन को , खुश्बुओं से महकाएँ ,
तभी तो हम भी दोस्तों , हरदम मुस्कुराएँ ||
ईश्वर के दिए जीवन को , हम प्यार से बिताएँ ,
दोस्तों संग महफिल में , मिल के खिलखिलाएँ ,
दुनिया के सभी रंगों को , जीवन में उतार पाएँ ,
उसी प्यार की गठरी को हम , लेकर महफिल में आए ||
कर्म हम हरदम करते ,मुस्कानों को एकत्र करके ,
दिल में उन सभी को भरके , हम आज आ गए ,
प्यार में डूबते - डूबते ही , हम आज आ गए ||
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