Tuesday, September 16, 2025

MERI BAARII ( AADHYAATMIK )

 

                                मेरी बारी 

 

आज इस संसार में , हम तो जैसे खड़े हैं एक पंक्ति में ,

कब सपने पूरे होंगे ? जो हमने सोते - जागते देखे  ,

कब मुस्कानें होठों पर सजेंगी ? दोस्तों के साथ में    ||  

 

सपनों को पूरा करने के लिए , मेहनत भी की हमने ,

मुस्कानें सजाने के लिए , कोशिशें भी कीं हमने  ,

मगर अभी तक तो हम , कर ना पाए कुछ भी  || 

 

कान्हा तुम सब का साथ , देते हो ना बोलो ,

तो मेरी बारी कब की है  ?  बोलो , बोलो , बताओ ना ,

जल्दी से मेरी बारी लाओ ना   || 

 

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