एक मुट्ठी आसमान
हर कोई चाहता है , एक मुट्ठी आसमान ,
एक नन्हीं सी मुस्कान ,
अपनी बाहों में भरना , पूरा आसमान ,आँखों में चमकान ,
अपने पंखों से उड़कर , छूना आसमान ,
बच्चों सी चमकती किलकान ||
तारों को भरना , अपने आँचल में , उस में हो चमकान ,
पवन उड़ाएगी , जब मेरा आँचल ,
उसमें आएगी पवन की उड़ान , पवन संग डोलेगा ,
जब मेरा आँचल , लेकर पवन की उड़ान ||
बोल जब निकलेंगे , मेरे होठों से , मीठे बोलों की मुस्कान ,
उन मीठे बोलों से मिल , गीत बन जाएँगे ,
होठों फैलाएँगे मुस्कान , उन्हीं गीतों की ,
गुनगुनाहट से , दिल भी पाएँगे मीठी मुस्कान ||
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