Saturday, September 20, 2025

EIK MUTTHI AASMAAN ( GEET )

 

                           एक मुट्ठी आसमान 

 

हर कोई चाहता है , एक मुट्ठी आसमान ,

एक नन्हीं सी मुस्कान , 

अपनी बाहों में भरना , पूरा आसमान ,आँखों में चमकान ,  

अपने पंखों से उड़कर , छूना आसमान ,

बच्चों सी चमकती किलकान   || 

 

तारों को भरना , अपने आँचल में , उस में हो चमकान ,

पवन उड़ाएगी , जब मेरा आँचल ,

उसमें आएगी पवन की उड़ान , पवन संग डोलेगा ,

जब मेरा आँचल , लेकर पवन की उड़ान  || 

 

बोल जब निकलेंगे , मेरे होठों से , मीठे बोलों की मुस्कान ,

उन मीठे बोलों से मिल , गीत बन जाएँगे , 

होठों फैलाएँगे मुस्कान , उन्हीं गीतों की ,

गुनगुनाहट से , दिल भी पाएँगे मीठी मुस्कान   || 

 

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