मोड़ राहों के
जिंदगी की राहों में चलते - चलते ,
कुछ पा लिया , कुछ खो गया ,
जो पा लिया ,उसने रोशन किया ,हमारे जीवन को ,
मगर जो खो गया ,उसकी कीमत ,
नहीं जान सके शुरु में हम ,
जब खो दिया उसको ,तो कीमत का पता चला हमको ||
हर राह अलग होती , हर मोड़ अलग होता ,
हर राह में अलग पाना , अलग खोना ,
हर मोड़ पर भी अलग पाना ,अलग खोना ,
यही तो जीवन की , सच्ची कहानी बनती है ||
जो हमारे ही कर्मों , और हिम्मत से बनती है ,
चलो हिम्मत जुटा लें , कुछ कर्म कर लें ,
तभी तो जीवन की , सुंदर कहानी बनती है ||
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