वहीं तक
आसमां से परे ,गहरे नीले क्षितिज में,
दूर - दूर तक फैला ,प्यार का मौसम ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |
वहाँ ,जहाँ फूल नहीं उगते ,
वहां ,जहाँ सूरज नहीं छिपता ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |
खुश्बुएँ प्यार की फैली वहाँ ,
जिंदगियों में खुश्बुएँ लिपटी वहाँ ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |
कोई साया ना वहाँ दिखाई दे ,
कोई गूँज भी ना वहाँ सुनाई दे ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |
मुस्कुराहटें भरी रहें जिंदगी में ,
चहचहाहटें भरी रहें जिंदगी में ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक
सफर जिंदगी का चलता रहे यूँ ही ,
जिंदगी ख्वाब बुनती रहे यूँ ही ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |
ख्वाब कुछ मीठे से ,तो कुछ खट्टे से ,
ख्वाब कुछ बुने से ,तो कुछ अधबुने से ,
चलो साजना ,चलें हम वहीं तक |