Sunday, November 28, 2021

VAHIIN TAK ( PREM )

           

          वहीं तक

 

आसमां से परे ,गहरे नीले क्षितिज में,

दूर - दूर तक फैला ,प्यार का मौसम ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

वहाँ ,जहाँ फूल नहीं उगते ,

वहां ,जहाँ सूरज नहीं छिपता ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

खुश्बुएँ प्यार की फैली वहाँ ,

जिंदगियों में खुश्बुएँ लिपटी वहाँ ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

कोई साया ना वहाँ दिखाई दे ,

कोई गूँज भी ना वहाँ सुनाई दे ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

मुस्कुराहटें भरी रहें जिंदगी में ,

चहचहाहटें भरी रहें जिंदगी में ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक 

 

 सफर जिंदगी का चलता रहे यूँ ही ,

जिंदगी ख्वाब बुनती रहे यूँ ही ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

ख्वाब कुछ मीठे से ,तो कुछ खट्टे से ,

ख्वाब कुछ बुने से ,तो कुछ अधबुने से ,

चलो साजना ,चलें हम वहीं तक | 

 

Tuesday, November 23, 2021

PAALANHAAR ( AADHYATMIK )

 

                     पालनहार 

 

उतर आ ईश धरती पर ,तेरी धरती परेशां है ,

धरा तो काँपती डर से ,हरेक मानव परेशां है ,

बचा ले अपनी रचना को,दुःखों को दूर करदे तू ,

मिटेगी अगर धरती तो,कौन मानेगा तुझको ईश? 


जिंदगी दे दे मानव को ,मिटा दे मौत के साए ,

नहीं कहते अमर हों हम ,मगर जीवन तो पूरा हो ,

नहीं छोड़ें अधूरे काम ,काम सारे ही पूरे हों ,

नहीं बिलखें दुधमुँहें ,नहीं कोई गोद सूनी हो | 

 

खिलखिलाहटें मत मिटा ,मुस्कानें जगने दे ,

कोई रोए ना रातों को,सभी के ख्वाब जगने दे,

तू है शक्तिशाली ,दिखा दे अपनी शक्ति को ,

कर दे जिंदगी आसां ,भर दे आशियानों को | 

 

ये सारी तेरी रचना हैं ,और हम तेरे बच्चे हैं ,

तू तो पालनहार है सबका,ये हमारे बोल सच्चे हैं, 

प्रार्थना है यही तुझसे ,सभी का ध्यान रख ले तू ,

सभी की साँसों को हे ईश्वर ,परिपूर्ण कर दे तू | 


भूल जा कोईब कैसा है ?सभी तो तेरी रचना हैं ,

बुराई को मिटा कर दे ,उन्हें अच्छा बना दे तू ,

कलम तेरी तो हे ईश ,कुछ लिखती मिटाती है ,

तू जो चाहे वो लिख दे ,तुझे तो पूरी आज़ादी है | 


तुझसे हर बात है कहदी ,नहीं नाराज होना तू ,

मेरा तो दोस्त है तू ईश,ये रिश्ता बहुत गहरा है,

मैं ना जानती पूजा ,मैं ना  जानती अर्चना ,

मगर मैं जानूँ हूँ ऐ ईश ,

तू है मेरा पावना ,तू है मेरा पावना | 


KHEL ANOKHA

खेल अनोखा

छाए बदरा, पवन संग खेलें गगना में,
डोलें इधर-उधर, खेलें गगना में,
कभी-कभार भास्कर भी खेले,आँख-मिचौली,
धरा भी खुश हो कर खेले, भास्कर के साथ,
खेल अनोखा देख के,बच्चे मुस्काएँ,
उन्हें खुशी है, ये सब खेलें उन के जैसा खेल।

Monday, November 22, 2021

SANGEET ( GEET )

         

                 संगीत 

 

रीतों की रिवाजों की ,

ये दुनिया है समाजों की | 


हर समाज की रीत अलग है ,

हर दिल का गीत अलग है ,

मगर प्यार सब में ही बसता ,

हर दिल में संगीत धड़कता | 


सभी समाजों में मधुर संगीत धड़कता ,

वह है मानवता का गीत ,

वह है मानवता का संगीत ,

चलो सब ही गाएँ ,गुनगुनाएँ ,

दुनिया को ,समाजों को सुंदर बनाएँ | 


HAM SAATH CHALE

 

हम साथ चले

 दुनिया में आने के बाद, मैं और तुम साथ चले,
अपनी सरजमीं पर कदम बढ़ाते,हम साथ चले,
हँसते _ मुस्कुराते हुए, हम दोनों साथ चले,
ऊपर के आसमान को बाँहों में भर,हम साथ चले ।

प्यार की सीढ़ी पर चढ़ते _ चढ़ाते, हम साथ चले,
सीढ़ी थी बहुत ऊँची मगर, हम साथ चले ,
सीढ़ी ने बुलंदियों पर हमें पहुँचाया, हम साथ चले,
लगे आसमां को छूने हम, जब हम साथ चले ।

रंगीन इंद्रधनुष को सीढ़ी पे चढ़के छूलें,
रंगों में रंग ही डालें, हम अपनी जिंदगी को,
सपनों को और खुशी को,और साथ हम चले,
हाथों में हाथ डाले, एक _ दूजे को संभाले,
हम साथ ही चले,हम साथ ही चले ।

PAL PAL DIL KE PAAS

पल पल दिल के पास

 वो कौन है,जो रहता है दिल के पास ?
वो कौन है,जो करता है दिल में वास?

वो कौन है,जो करता है हरदम प्यार?
वो कौन है, जो करता भी है तकरार?

वो कौन है ,बताओ तो दोस्तों?
जरा नाम और पता तो बताओ दोस्तों।

JUANGLE

जंगल 

 ये जंगल कंकरीट का,पत्थर और ईंट का,
सीमेंट ने जोड़ा उन्हें,मकानों का रूप दिया उन्हें,
मानव ने बस के, घर बनाया उन में,
सपनों को उन में ढाल कर, घर बसाया उन में।

किलकारियाँ गूँज गईं, बच्चों की उन में,
खेल अनोखे खेले गए, अंदर उन में,
कहकहे लगाए गए, अनगिनत उन में,
गीत गुनगुनाए गए, मधुर से उन में।

आने वाला कल, खिलखिलाएगा उन में,
कदम बढ़ना सीख के, दौड़ लगाएँगे उन में,
बुजुर्ग भी मुस्कुराएँगे,लगातार उन में,
प्यार के फूल, अपनी महक फैलाएँगे उन में।

Sunday, November 21, 2021

DEEPAVALI

दीपावलि 

 दीपों की जगमग लड़ियाँ, आई दिवाली रे,
मन में फूट रहीं फुलझड़ियाँ, आई दिवाली रे ।

मन सबके हैं उजले उजले,आई दिवाली रे,
बाहर छूट रहीं चकरियाँ, आई दिवाली रे।

आओ हम भी करें मस्तियाँ, आई दिवाली रे ,
खुशियों भरी है आई आज, ये दिवाली रे।

RAAT

रात 

 सूरज डूबा,आई रात,
निकला चाँद, आई रात,
सोए हम, सोई रात,
जागे हम, जागी रात।

सुन्दर सपने, दिखाए रात,
दुनियाभर में, घुमाए रात,
आराम करना, सिखाए रात,
अनदेखी जगह, दिखाए रात।

DAVAA DE ( AADHYATMIK )

दवा दे

 सुन ऊपर वाले तेरी दुनिया में,तेरी रचना परेशां है,
जिंदगी दर्द में डूबी है,हर इंसान परेशां है,
दर्द को तू खत्म कर दे,दवा भिजवा दे धरती पर,
अपनी रचना को दे राहत, दुःखों को दूर कर दे तू।

 

दवा जब तेरी आएगी ,तभी आराम आएगा ,

तू भी तो - ए - मालिक ,तभी तो मुस्कुराएगा ,

तभी तो तुझसे विनती है ,दवा भिजवा दे धरती पर ,

दवा भिजवा दे धरती पर |  

CHHUAA AASMAN

छुआ आसमां

 हमने छुआ आसमां दोस्तों,
जब चढ़े हम प्यार की सीढ़ियाँ,
हमने छुआ आसमां दोस्तों,
जब झूले हम प्यार की पींगियाँ ।

बदरा से हाथ मिलाया हम ने,
जब आसमां तक पहुंचे हम,
चंदा से आँख मिलाई हम ने,
जब आसमां तक पहुंचे हम।

KANAHIYAA

कन्हैया 

मैया री मैया,मैं तेरा कन्हैया,
मैं जाता हूँ ग्वालों संग,चराने को गैया,
दूध, दही में से, तू माखन निकाल मैया,
नीचे ही रखना,ना छीके लटकैया।

खाएँगे हम सब, ना क्रोध करना मैया,
हँस-हँस के हम सब को,खिलाना तू मैया,
क्योंकि मैं हूँ तेरा, प्यारा सा कन्हैया,
और तू तो है मेरी, भोली सी मैया,
मेरी यशोदा मैया,मेरी यशोदा मैया।

ABHILAASHAA

अभिलाषा 

रंग- रंग के फूल यहाँ,खुश्बुओं से भरपूर यहाँ,
तितलियों का राज यहाँ, तुम भी और हम भी यहाँ।

हमारी अभिलाषा,दुनिया भरी रहे फूलों से,
हमारी अभिलाषा,दुनिया भरी रहे खुश्बु से ।

मगर फूल की अभिलाषा होती,
"मुझे तोड़ लेना बनमाली,
उस पथ पर देना तुम फेंक,
मातृभूमि हित शीश चढ़ाने,
जिस पथ जाएँ वीर अनेक। "(पुष्प की अभिलाषा से)

GHOONGHAT ( KSHANIKA )

घूँघट 

घुँघटे में मुस्काए गोरिया छिप छिप के,
कोई ना देखे मुस्कान उस की छिप छिप के,
जादू फिर भी चल जाए उस का छिप छिप के,
हम भी सीख जाएँ ये जादू छिप छिप के।

GAAYAB ( KSHANIKA )

गायब 

 हो गया है कोई, नौ दो ग्यारह,
कहाँ गया वो, हो कर गायब ,
नहीं दिखाई, हम को देता,
कैसे ढूँढें हम,उसको दोस्तों ।

कौन है वो,कैसा है वो,
जाना है या,अनजाना है,
आज तो, गायब हो गया है वो,
अनजाना प्यारा सा, मगर गायब है वो ।

MAN - MAUJII

मन - मौजी

 मन मौजी चला गीत गाता हुआ,
कदमों को अपने नचाता हुआ,
दुनियाभर को बोल सुनाता हुआ।

मन मौजी तो डूबा हुआ सपनों में,
मन मौजी तो चलता हुआ सपनों में,
अलग से दुनिया बसाता हुआ।

हम भी बन जाएँ ऐसे ही अगर,
भूल जाएँ ये दुनिया अगर,
तो हम भी बसा लेंगे अपना स्वप्न नगर।

DIL BACHCHA ( JIVAN )

  दिल बच्चा

 छोटा सा एक बच्चा,धक-धक-धक है करता,
कभी-कभी खुश होकर, कभी-कभी दुःख में ।



प्यार में डूबा रहता, प्यार सभी से करता,
कभी नहीं ये किसी से,नफरत करता। 



ऐसा सुन्दर बच्चा, कोई और ना होगा,
दोस्तों इसको हमेशा, ही खुश-खुश रखना।

 

जान गए क्या ? पहचान गए क्या ? 

वो बच्चा कौन है ? 

नहीं समझे ?     

वो दिल है  दोस्तों ,छोटा सा दिल ,

जो धड़कता है लगातार ,

जीवन भर ,देता है जीवन हमें ,धड़कन हमें | 

 

VIKAAS ( SAAMAAJIK )

  विकास 

कभी थीं जरूरतें मानव की, रोटी, कपड़ा और मकान,
आज बदलीं हैं सब, पिज्जा, फैशन और बंगला,
पिज्जा खा कर पेट भरें,प्यास बुझाएँ कोला से,
कपड़े ऐसे तन ढाँपें कम,उघाड़ें ज्यादा,
बंगले के दस कमरों में,रहे अकेला आदमी ।

क्या यही तरक्की है हमारी ? क्या यही विकास है?
क्या यही रूप रंग है जिंदगी का ?
क्या यही अपना आवास - विकास है?
जुड़ जाओ प्रकृति से,जुड़ जाओ मानवता से,
मिलाओ हाथ आपस में,मिलाओ दिल आपस में ।

AANGAN (JALAD AA )

आँगन 

बदरा का आईना है सागर, चेहरा अपना देखता,
बदरा का आँगन है आसमां, हर घड़ी उसमें डोलता।

खेलें आँख- मिचौली छोटे- बड़े बदरा,
आँगन में दौड़ते और शोर मचाते,
दामिनी भी उनके साथ खेलती, शोर मचाती,
उसके शोर से तो सबका दिल दहलता।

रिमझिम मेघ बरसते, हरियाली फैलाते,
धरती हरी चूनर को ओढ़े, मंद-मंद मुस्काती,
कोयल, पपीहा रिमझिम में, मस्त हो गीत सुनाते,
ऐसे में हम भी मग्न हो, गीत बहुत लिख जाते,
लिखते जाते और गुनगुनाते जाते।

PYAAR HAI TUMSE

प्यार है तुमसे

 मुझे प्यार है तुम से,इकरार है हमारा,
ये सारी दुनिया, और संसार है हमारा।

तुम मेरी जिंदगी हो,जीवन है ये तुम्हारा,
कभी तुम जुदा ना होना,वादा करो अभी से,
जीवन में हम ना बिछड़ें, हर पल,संग रहे हमारा।

तुम खुश रहो हमेशा,ये दुआ है सदा मेरी,
हर ऋतु हो वसंत तुम्हारी, मौसम सदा सुहाना,
संगीत गुनगुनाए, हर बोल बने तराना।

RAILGADI ME ( JIVAN )

रेलगाड़ी में

 रेल गाड़ी में चले हम, रेल गाड़ी में,
बहुत सा शोर है इस, रेल गाड़ी में ।

कुछ हैं बैठने के कोच, रेल गाड़ी में,
कुछ हैं सोने वाले कोच, रेल गाड़ी में।

हमलोग तो चले हैं सोने वाले में,
क्योंकि रास्ता है लंबा,रेल गाड़ी में।

स्टेशन कोई आने पर, आते हैं बेचने वाले,
चाय, ठंडा, मीठा, नमकीन, रेल गाड़ी में।

खाते, पीते, सोते, बातें करते चले,रेल गाड़ी में,
बहुत मजा आया दोस्तों हमें,रेल गाड़ी में।

KHATON VAALI DUNIYA ( PREM )

खतों वाली दुनिया

 ये है संदेसों की दुनिया ,
दिल के गुबारों की दुनिया,
पहले तो खत घूमते थे इस में,
अपनों का दामन चूमते थे इस में,
आज तो एस एम एस, भेजती है ये दुनिया ।

वो खुश्बु भरे खत, आज भी याद हमको,
प्यार में डूबे वो खत, आज भी याद आते,
आज तो ई-मेल, भेजती है ये दुनिया ।

कलम से गढ़े शब्दों में, प्यार था तब झलकता,
अक्षरों की बनावट में,लिखने वाला ही दिखता,
मगर आज तो मोबाइल से संदेस,
भेजती है ये दुनिया ।

लौटा दो फिर वही, खतों का जमाना,
लौटा दो फिर प्यार और आशीर्वाद,
लिखने वालों का जमाना,
मेरे सामने कोई एस एम एस ना लाओ,
मेरे सामने से ई-मेल हटाओ,
मोबाइल को तुम कहीं छिपा आओ,
हमें तो चाहिए वही खतों वाली दुनिया ।

SAFAR ( PREM )

 

 

 

 

सफ़र 

 हमसफ़र, मेरे हमसफ़र,
सुन्दर रहा हमारा सफर,
आगे भी चलेगा ,यूँ ही सफर।

जिंदगी के रास्ते थे ऊबड़- खाबड़,
हर रूप रंग में रंगे हुए,
हर रंग में रंगे हुए हमसफ़र।

चलेंगे साथ हम दोनों इन्हीं राहों में,
हँसते और गाते हुए,
हाथ एक दूजे का पकड़कर ।

प्यार में डूबे हुए हम,
प्यार भरी राहों में हम,
चलते रहेंगे जीवन भर।

SHABDON KA GHERA

शब्दों का घेरा

 कलम हमारी चलती जाए, बात ये मेरे दिल की बताए,
शब्द ये खुद ही गढ़ लेती, मुस्का के सबको ही बताती,
कलम भी खुश और हम भी खुश, शब्दों के इस घेरे में ।

कलम की स्याही शब्द बताती, जिव्हा उसकी लिखती जाती,
शब्द जो पन्ने पर उभरे तो, हाल हमारे दिल का बताती,
स्याही, जिव्हा दोनों खुश हैं, शब्दों के इस घेरे में ।

पन्ने पर जो उभरे शब्द, कविता का वो लेते रूप,
लय आती जाती है उनमें, गीत का वो ले लेते रूप,
दिल हमारा गुनगुनाता है,शब्दों के इस घेरे में ।

TEENON DOST

तीनों दोस्त

 बदरा, पवन जरा जल्दी आओ,
मिल बैठेंगे तीनों दोस्त,
अपने दिल का गम कम कर दो,
बात करेंगे तीनों दोस्त,
बातों में गम बँट जाता है,
ध्यान बहुत ही छँट जाता है,
आज इस बात की सच्चाई को,
जानेंगे हम तीनों दोस्त,
एक दूसरे को दे तसल्ली,
राहत देंगे तीनों दोस्त,
तुम दोनों हो दोस्त मेरे,
मैं भी रहूँगी तुम्हारी दोस्त।

BOONDEN ( JIVAN )

 बूँदें 

 वर्षा की पहली बूँद ,
मिट्टी की सौंधी-सौंधी खुश्बु,
तपती धरा पर, गीली सी बूँद,
गर्म धरा पर, ठंडी सी बूँद।

बदरा से टपकी, नन्हीं सी बूँद,
सीपी में टपकी, मोती सी बूँद,
आँख में आई, नन्हीं सी बूँद,
आँसू कहलाई, नन्हीं सी बूँद।

TERAA NAAM ( PREM )

तेरा नाम

कोरे कागज पे लिखा है,मैंने तेरा नाम,
तेरी फोटो से तो मेरा,घर बन गया धाम,
तेरे प्यार में ही तो मेरी, बीते सुबह- ओ-शाम।

पहुँच गए हम उस जहान में,पता नहीं जिस का आम,
नहीं पहुँच पाते वहाँ पर, हर खास- ओ- आम,
हाथ पकड़कर हम तो तेरा,पाए अपना मकाम।

तू भी पढ़ ले मेरी पाती,आजा मेरे धाम,
हर जगह तू पाएगा लिखा, अपना ही तो नाम,
शायद तू भी पा जाए, यहाँ अपना मकाम।

OOPAR WAALE ( AADHYATMIK )

ऊपर वाले

 मेरी दुनिया की सीमा के बाद, तेरी दुनिया है ऊपर वाले,
तू तो सारी दुनिया का है रचेता,सारी दुनिया तेरी है ऊपर वाले ।

सभी हैं तेरी रचना, तू है सबका पालनहार,
तेरे आशीर्वाद से तो, हर दम चलता ये संसार।

जीवन तूने दिया सभी को, प्यार सभी को बाँटा,
जीवन में दुःख-सुख आए, उनको दूर किया तूने,
आज सभी का जीवन चलता, तुझसे ऊपर वाले।

DHOONDHON MERAA ? ( JIVAN )

ढूँढों मेरा ?

 खो गया है दिल हमारा,पता नहीं जिसको तुम्हारा,
कैसे पहुँचेगा ये तुम्हारे पास, बता दो जरा ?

दिल में मेरे याद है तुम्हारी, तस्वीर है तुम्हारी,
दिल में मेरे ख्वाब हैं तुम्हारे,देखो तो जरा।

ढूँढों- ढूँढों दिल को मेरे, लाओ पकड़ कर ,
मुझे मिलाओ दिल से मेरे,समझो तो जरा।

Saturday, November 20, 2021

JHILMIL SITAARE ( KSHANIKA )


झिलमिल  सितारे

रात का अंधकार, काला आसमान,
मगर उसी रात में, झिलमिलाते सितारे,
मानो किसी दुल्हन के आँचल में ,
सुन्दर से मनभावन सितारे।

चमचमाते सितारे,जगमगाते सितारे,
कहते हैं अंधकार से मत डरो,
हमारी ओर ध्यान अपना धरो,
अपनी आँखों में उजाले भरो ।

रात का अंधकार खुद डर जाएगा,
चेहरा छिपाकर खुद चला जाएगा,
तारों की जगमगाहट छोड़ जाएगा,
तभी तो नया सवेरा आएगा।

PARCHHAIN ( JIVAN )

परछाईं 


 कहावत सुनते आए, दीया तले अंधेरा,
काली रात के बाद सवेरा।



सच है दोस्तों,जुड़े हैं इसी तरह,
जीवन के साथ मृत्यु, दिन के बाद रात। 



दीया है प्रकाश, उस के नीचे आएगी,
दीए के नीचे आएगी, उसी की परछाईं ।



उजाले के साथ अंधेरे जुड़े हैं,
हमलोग भी तो, इन्हीं सब से जुड़े हैं। 



परछाईं सभी की होती है,
बिना परछाईं कुछ नहीं,हम नहीं, तुम नहीं।

 

 

MAYA NAGARI

 माया नगरी

 बीत चला है अपना जीवन, माया की इस नगरी में,
लहराता है घना समंदर, माया की इस नगरी में,
बदरा घन-घन खूब बरसते,माया की इस नगरी में,
सभी जन दिन-रात खूब सरसते, माया की इस नगरी में,
हर दिन कुछ-कुछ त्योहार हैं सजते, माया की इस नगरी में,
आओ हम भी ताल मिला लें,माया की इस नगरी में।

AAI YAAD ( JIVAN )

             आई याद 


याद शब्द है ऐसा, जिस का ओर ना छोर,
याद बिना है जीवन, ज्यों सूखे में मोर।

याद बचपन की आते ही, नाचे मन का मोर,
लगता तपते रेत में, छाई घटा घनघोर।

याद किसी की आने पर, उठने लगे तरंग,
मन मयूर करने लगे, नृत्य,गान बन मलंग।

AILIYAN

एलियन 

 अनगिनत ग्रह हैं इस दुनिया में,
उनपर बसते अनेक प्रकार के प्राणी,
वो सब एलियन हमारे लिए,
और हम हैं एलियन उनके लिए,
हम ना जानें उनको दोस्तों,
ना जानें वो हमको दोस्तों।

SWAR LAHARI ( JIVAN )

 

                          स्वर लहरी 

 

 जीवन मंत्र है अपना बंधु, चहुँ ओर हरियाली हो,
 शुद्ध पवन हर ओर, घटा घिरे मतवाली हो।


सबकी साँसों में महके ,खुश्बु सुंदर फूलों की,
प्रातः की बेला में चहकें,चिड़ियों की मीठी स्वर-लहरी।


मीठी तान घुले कानों में,दिल की खिल जाएँ कलियाँ,
खेतों में भी लहरा जाएँ, गेहूँ और धान की बालियाँ।

 

JADUI NAJAR

जादुई नजर

 जादू तेरी नज़र, ले गई मेरा जिगर,
चोरी दिल ना किया,डाका डाला पिया।

दुनिया मेरी लुटी, दिल मेरा गया ,
मगर फिर भी, प्यार हुआ तो हुआ ।

राही हम दोनों ही,एक राह के पिया,
मैं भी तेरे स॔ग हूँ,तू भी मेरे संग पिया।

रुकें ना हमारे कदम, चलते रहें हमकदम,
मैं भी तेरे स॔ग जी, तू भी मेरे संग जिया।

APNE DHAAM ( AADHYATMIK )

अपने धाम 

 

 रोया आसमान, बप्पा गए अपने धाम,
एक बरस तक आगे, करना होगा इंतजार।


कोई बात नहीं,बप्पा आते रहें यूँ ही,
अपना प्यार, आशीर्वाद, बरसाते रहें यूँ ही ।


वैसे तो बप्पा, हर दम हमारे साथ हैं,
उनका प्यार, आशीर्वाद, हमारे साथ है ।

DOSTON

 दोस्तों तुम्हारी दोस्ती में डूब कर, भूल गए खुद को,
प्यार में तुम्हारे तैरकर, हम पा गए मंजिल को ।

प्यार की मंजिल है क्या ? दोस्तों की महफिल,
दोस्ती की मंजिल है दोस्त, दोस्तों की महफिल,
उसी महफिल में पहुँच गए, पा गए दोस्तों को।

मुस्कानें दोस्तों की, दिल को खुशी हैं देतीं,
वो बातें दोस्तों की, दिल को राहतें हैं देतीं,
उन की मुस्कानों में डूब कर, हम पा गए खुशी को ।

साथ दोस्तों का, मिलता नहीं हर किसी को,
जीवन को खुशनुमा भी,करता नहीं हर किसी को,
मिल गया है जो हमें तो,हम पा गए जहां को।

अकेला जो चला जीवन में,दोस्त कोई नहीं उसका,
उस अकेलेपन में,खुशी नहीं वो पा सका,
हम तो दोस्तों की महफिल में,पा गए हर खुशी को।

TUN - TUN - TUN ( JIVAN )

 

 तुन - तुन - तुन 


 दिल का सितार बोले, तुन- तुन- तुन,
मेरी धड़कनों को तू, सुन- सुन- सुन,
दूजों के गुणों को तू ,गुन- गुन- गुन। 



गीत जो लिखे हैं, कलमों की जिव्हा ने,
चमकती सी स्याही, लहराती चली आई,
शब्दों में छिपे भावों को तू ,गुन-गुन-गुन। 



लय और ताल ने,गीतों को सँवारा,
गीतों में छिपी धड़कन ने,भावों को उभारा,
धड़कन में छिपे भावों को तू,गुन- गुन-गुन।


लहराती, बलखाती, गोरी चली आई,
पैरों में छम-छम, पायलिया है बजाई,
पायलिया की रुनझुन को तू,सुन- सुन- सुन,
रंगीन से इस मौसम में,हो जाओ सब गुम- गुम- गुम।

MUSKAN

मुस्कान 

 बदरा की ओट से, वो देखो भास्कर झाँका,
धरा को उस ने प्यार भरी,नजरों से ताका,
भास्कर की ओर देख, धरा हौले से मुस्कुराई,
धरा के तृण-तृण ने ली,झूम कर अँगड़ाई ।

कलियाँ भी देखो तो, खिल के फूल बन गईं,
उन की मुस्कान से,बगिया भी मानो खिल गई,
फैली खुश्बु चहुँ ओर, गुलशन महक उठा,
ये सब देखकर, पंछियों का झुंड चहक उठा ।

JIVAN KE SWAR ( AADHYATMIK )

 

                 जीवन के स्वर 

 

 सत्य में है ईश्वर, सत्य नहीं नश्वर,
इस को अपनाने वाला तो, पाए जीवन के स्वर।


सत्य हमेशा एक है,झूठ के हाथ हजार,
मगर सत्य एक सूली है,झूठ फूलों का हार।


सत्य की होती जीत है, झूठ की होती हार,
सत्य को पाने वाला, होगा भवसागर पार।

MAAKHAN CHOR

   माखन चोर

 

 रंग एक सा हम दोनों का,
तू भी काला, मैं भी काली,
फिर क्यों कृष्णा तुझे पूजते ?
और मुझे बितराते ,
तू भी मानव रूप में आया,
मैं भी तो हूँ मानवी,
फिर क्यों तेरा जीवन सुख से बीता ?
मेरा दुःख को पाते ।

दुनिया क्यों भेद करे है कृष्णा?
एक पुजे, एक फेंका जाए,
जीवन की नैया भी कृष्णा,
एक डूबे, एक पार लगाए,
तू तो माखनचोर था कृष्णा,
मेरा तो सुखचैन चुराया,
तुझे मिला है प्यार सभी का,
मैंने तो सबकुछ ही गँवाया ।

अब तो जाग नींद से तू ही,
दुनिया से दुःख-दर्द मिटा दे,
ऐसा ना हो जाए कि,
दुःख सारी दुनिया को मिटा दे,
मानव को सद्बुद्धि देकर,
उसके सारे गम मिटा दे,
दे दे सबको प्यार तू अपना,
अपना दुलार सभी पे लुटा दे।

BADHTE JANA ( JIVAN )

 राहें नई _ नई हैं,रस्ता भी है अनजाना,
कोई साथ मेरे चल दे,शायद लगे पहचाना,
दिल में हमारे क्या है?कोई ना ये जाना,
पर मुझको ये खुशी है, किसी का मेरे साथ आना।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

  बढ़ते जाना 

जीवन की राहों पर यूँ,जब साथ कोई चलता,
दुःख-सुख में साथ देता, और दिल को राहत देता,
सारी दुनिया में वही तो, अपना हमें तो लगता,
एक जिंदगी का साया, जिसने हमें अपना माना।

जब हम किसी को चाहें,और कोई हम को चाहे,
साथी बने राहों में, हर दिन हमें निबाहे,
ना सोचे कल क्या होगा?वो कल को देखा जाए,
ऐसे ही वक्त बीते, कल को बुनेंगे हम,
कल का ताना-बाना।

तोड़े ना हम से नाता, संग हर दम वो चले,
तभी तो आँखों में भी, सपने नए पलें,
उन  सपनों के जरिए ही, कदम आगे चलें,
यही सच है जीवन का, आगे ही बढ़ते जाना।

BINDIA

बिंदिया 

 भारत में-
एक लड़की, एक महिला,
अधूरी है, बिंदी बिना,
चमक बढ़ जाए चेहरे की,
सज गई बिंदी जहाँ।

आकार हैं अनेकों उसके,
रंग हैं लाखों यहाँ,
फिल्में भी अधूरी हैं,
बिंदी के गाने बिना।

जैसे - बिंदिया चमकेगी,
तेरी बिंदिया रे ।

Friday, November 19, 2021

UMR

         उम्र  

 

 जन्म हुआ संसार में, मानव आया धरती पर,
बचपन बीत चला तब,मात-पिता की अँगुली पकड़।

 बढ़ी उम्र तो आई जवानी,बनाया गया कैरियर ,
कोई बना डाक्टर यारों,कोई बना इंजीनियर ।

किसी ने प्यार की झप्पी डाली,किसी ने की शादी ,
सभी ने धीरे-धीरे,बढ़ाई देश की आबादी।

उम्र ने आगे कदम बढ़ाए,शक्ति भी घटा गई,
कोई तन से हुआ बूढ़ा,कोई मन से बुढ़ा गया ।

बुढ़ापे की दस्तक ने,चाल भी धीमी कर दी,
कुछ मानवों की चाल ने, जादू की झप्पी दे दी।

तन की उम्र बढ़ी है उनकी, दिल उनका उन्मत्त है,
शौक ना जो पूरे कर पाए, आज उन्हीं में व्यस्त हैं।
वो कहलाए यारों सदाबहार, हाँ, सदाबहार।

GUNJAE JAA ( PREM )

     गुंजाए  जा 

 

कदम - कदम बढ़ाए जा ,गीत गुनगुनाए  जा,

जिंदगी है जो मिली ,तू प्यार में डुबाए जा ,

अपनों का प्यार है बहुत ,तू अपनों पे लुटाए जा ,

मधुर से संगीत में ,दिल को तू डुबाए जा ,

प्यार ही ताकत है तेरी ,उसको तू बढ़ाए जा ,

प्यार ही हिम्मत है तेरी ,उसको भी बढ़ाए जा ,

प्यार भरे बोल अपने ,जग में तू गुंजाए जा |

DHARAA MAA ( JIVAN )

   

                   धरा माँ

 

जनम लिया इस धरती पर ,धरा हमारी माता है ,

भेजा जिसने हमें यहाँ ,वह अपना विधाता है ,

जीवन देने वाला ऊपर ,नीचे पालनहार है ,

फिर हम कैसे सोचें ? दुनिया में क्या रखा है ?

प्यार दुलार सभी कुछ है ,जीवन के लक्ष्य कुछ हैं ,

जितना जीवन मिला हमे, वही तो अपनी थाती है ,

कुछ कर जाएँ जीवन में ,ये बात हमें तो भाती है |

MERAA DOST ( AADHYATMIK )

 मेरा दोस्त 

 

ओ दुनिया को बनाने वाले ,तू है मेरा दोस्त ,

सदा रहा तू मेरे साथ क्योंकि ,तू है मेरा दोस्त ,

जानती हूँ मैं ,तू आज भी मेरे साथ ,

रहना तू सदा ही मेरे साथ ,मेरा है विश्वास ,

तेरे जैसा दोस्त ना दूजा ,मेरा है विश्वास ,

तू ही मेरा  दोस्त ,सच्चा दोस्त |

MERE JANAM ( SMALL POEM )

 मेरे जानम  

 

चमन के फूलों ने तुझको सलाम है भेजा ,

गगन के तारों ने तुझको पयाम है   भेजा ,

पंछियों ने भी उड़ते हुए कलाम है भेजा ,

अब बता मुझे क्या मैं भेजूँ मेरे जानम ?

मेरा दिल तो तेरे ही पास है जानम |