दीपावलि
दीपों की जगमग लड़ियाँ, आई दिवाली रे,मन में फूट रहीं फुलझड़ियाँ, आई दिवाली रे ।मन सबके हैं उजले उजले,आई दिवाली रे,बाहर छूट रहीं चकरियाँ, आई दिवाली रे। आओ हम भी करें मस्तियाँ, आई दिवाली रे ,खुशियों भरी है आई आज, ये दिवाली रे।
No comments:
Post a Comment