घूँघट
घुँघटे में मुस्काए गोरिया छिप छिप के, कोई ना देखे मुस्कान उस की छिप छिप के,जादू फिर भी चल जाए उस का छिप छिप के, हम भी सीख जाएँ ये जादू छिप छिप के।
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