खेल अनोखा
छाए बदरा, पवन संग खेलें गगना में, डोलें इधर-उधर, खेलें गगना में,कभी-कभार भास्कर भी खेले,आँख-मिचौली, धरा भी खुश हो कर खेले, भास्कर के साथ, खेल अनोखा देख के,बच्चे मुस्काएँ,उन्हें खुशी है, ये सब खेलें उन के जैसा खेल।
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