बेजुबां
कौन था वह शख्स जिसने ?
इस जग में पहली बार प्यार किया ,
क्या था उन नजरों में ? जो एक दूजे में डूब गईं ,
नजरों के चार होने में ,
क्या अहसास मिलता है दोस्तों ?
दोस्तों ये सब कहने की नहीं , अहसास की बातें हैं ||
सुनाई नहीं जातीं ये बातें , अहसास की बातें ,
जीवन हारने की बातें , साथ निभाने की बातें ,
जो डूबे वो ही जाने , ये अनजानी बातें ||
कलम में कहाँ अहसास कोई ?
जो लिख जाए ये बातें ,
नजरों में कहाँ जुबां ? जो कह जाए ये बातें ,
दिल और उसकी धड़कन ही तो ,
महसूस करे ये बातें ,
मगर नहीं कह सकते कुछ भी ,
दोनों ही तो बेजुबां हैं दोस्तों ||
No comments:
Post a Comment