क्यों चाहेगी ?
तुम राम ना बन जाना प्रियवर ,
जो त्याग दे अपनी पत्नी को ,
मेरे प्रेम को भूल ना जाना प्रियवर ,
भूल जाए जो प्रेम को ,
कोई पत्नी क्यों चाहेगी ? पति रूप में राम को ||
राम बने आदर्श राजा , मगर ना आदर्श पति को ,
ऐसे में सीता क्यूँ अपनाए ? ऐसे आदर्श राजा को ,
आज की सीता कभी ना राम का ,
वरण नहीं करेगी पति रूप में ||
शव जैसा पति मिले हर पत्नी को ,
जो सती का सम्मान करे ,
सती के हवन कुंड में दाह के बाद ,
जो तांडव करके , क्रोध में डूबकर ,
मिटा दे सारी दुनिया को , जला दे सारी सृष्टि को ??
सती और शिव का प्रेम , दुनिया से ऊपर था ,
दोनों ही एक - दूजे की ,
प्रेम और सम्मान की कहानी है ,
इसीलिए यही सत्य है , शिव है , सुंदर है दोस्तों ||
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