Tuesday, October 7, 2025

EK SHAY ( KSHANIKAA )

 

                             एक शय 

 

गुमी हुई धन - दौलत , वापिस मिल सकती है ,

गुमी हुई मुस्कान भी , वापिस मिल सकती है ,

मुरझाई हुई बगिया भी , फिर से खिल सकती है ,

खोई हुई मंजिल भी , फिर से पाई जा सकती है  || 

 

जीवन में बहुत कुछ , ऐसा है  दोस्तों ,

जो खो कर भी वापिस , मिल सकता है  ,

मगर बहुत सी  ऐसी  , शय  हैं  दोस्तों ,

जो खोने के बाद , वापिस नहीं मिल सकतीं   || 

 

वक्त एक ऐसी ही   शय है , जो वापिस नहीं मिल सकती ,

आज का यह पल , जो बीत रहा है दोस्तों ,

फिर से लौट कर , कभी नहीं आएगा दोस्तों ,

इसलिए प्यार से , दिल से , इसे जीत लो दोस्तों ,

और इसे यादों में बसा लो दोस्तों   || 

  

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