Thursday, October 16, 2025

KAHAAN SEY ? ( AADHAATMIK )

 

                            कहाँ से  ?

 

ना जाने कहाँ से हम आए  ? 

ना जाने कहाँ हम जाएँगे   ?

किस - किस से हम मिलेंगे   ?

कितना समय यहाँ  हम बिताएँगे  ?

 

जानता  है वही सब ,जिसने हमें बनाया ,

भेजा है इस दुनिया में , जिंदगी हमें बिताने ,

सुंदर से कर्म करने , सबको अपना बनाने ,

सभी के होठों पर , मीठी सी मुस्कान सजाने   || 

 

शुक्रिया उस रचनाकार को , इतना सुंदर जहां बनाने को ,

सारी सुंदर सी प्रकृति बनाकर , सबका मन लुभाने को ,

मीठा जल , पेड़ - पौधे , पहाड़ ,सूरज , चाँद दिए हमको ,

सभी वो सामान दिए , जीवन सुखमय बिताने को  || 

 

हम शुक्रिया  दें क्या  , उस रचनाकार को  ?

सिर्फ अपनी आस्था , अपनी भक्ति , अपनी शृद्धा ,

यही तो हम दे सकते हैं दोस्तों , उस रचनाकार को ,

तो नमन - नमन , नमन - नमन , शृद्धा पूर्वक नमन   || 

 

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