सौगात
राहों में फूल तो ना मिले दोस्तों ,
काँटों की सौगात मिली ,
उजियाली राहें दूजों के हिस्से में आईं ,
हमें तो अँधियारी रात मिली ||
हम तो चलते रहे उन्हीं काँटों पर ,
फूल जान कर दोस्तों ,
अँधियारी रात में भी हमने ,
दिया जलाया दोस्तों ||
कुछ भी आएगा भाग्य में अपने ,
उसे हम बदल ही देंगे ,
अपनी सभी तमन्नाओं को ,
पूरा तो हम कर ही लेंगे दोस्तों ||
मेहनत और लगन से हम ,
भाग्य को चमका ही लेंगे ,
इसी तरह हम अपने जीवन को ,
सफल तो बना ही लेंगे दोस्तों ||
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