Friday, October 3, 2025

JAGII MUSKAAN ( JIVAN )

 

                         जगी मुस्कान 

 

सब के अपने - अपने सपने ,कुछ फीके , कुछ रंगीन ,

कुछ हो जाते पूरे , कुछ हो जाते गमगीन ,

जिनके सपने पूरे होते , उनकी मुस्कानें खिल जातीं ,

जिनके सपने रहे अधूरे , राहें सभी छूट जातीं   || 

 

सपने नहीं होते , अपने आप पूरे दोस्तों ,

थोड़ी तो मेहनत ,करने की जरूरत है दोस्तों ,

तो करो मेहनत और , करो अपने सपने पूरे ,

क्यों छोड़ते हो  , दोस्तों उन्हें अधूरे   ?? 

 

सपने पूरे होते ही , जीवन चमक उठेगा ,

रंगीन दरो - दीवार से , जीवन रंगीन हो उठेगा ,

तो चलो दोस्तों , मुस्कानों को जगा लेते हैं  ,

उन्हें अपने होठों पे सजा लेते हैं   || 

 

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