जगी मुस्कान
सब के अपने - अपने सपने ,कुछ फीके , कुछ रंगीन ,
कुछ हो जाते पूरे , कुछ हो जाते गमगीन ,
जिनके सपने पूरे होते , उनकी मुस्कानें खिल जातीं ,
जिनके सपने रहे अधूरे , राहें सभी छूट जातीं ||
सपने नहीं होते , अपने आप पूरे दोस्तों ,
थोड़ी तो मेहनत ,करने की जरूरत है दोस्तों ,
तो करो मेहनत और , करो अपने सपने पूरे ,
क्यों छोड़ते हो , दोस्तों उन्हें अधूरे ??
सपने पूरे होते ही , जीवन चमक उठेगा ,
रंगीन दरो - दीवार से , जीवन रंगीन हो उठेगा ,
तो चलो दोस्तों , मुस्कानों को जगा लेते हैं ,
उन्हें अपने होठों पे सजा लेते हैं ||
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