Saturday, October 11, 2025

MOKSH ( AADHYAATMIK )

 

                                    मोक्ष 

 

मन के हारे हार है , मन के जीते जीत  ,

किसी ने ये शब्द कहे थे दोस्तों  ,

तो दोस्तों कोशिश करते रहो ,

मन को हारने मत दो  दोस्तों  || 

 

जिंदगी बहुत लंबी है दोस्तों ,

उसमें कर्म करके जीवन बिताते रहो ,

याद रखना कर्म सुंदर हो ,

किसी को दुःख ना पहुँचाएँ ,

तभी तो जीवन भी सुंदर बनेगा  || 

 

जीवन को सुंदर बना लो ,

 भवसागर पार कर जाओगे , 

तभी तो परमात्मा में लीन हो पाओगे ,

मोक्ष को पाने का यही तरीका है दोस्तों   || 

 

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