दुपट्टा
" हवा में उड़ता जाए , मेरा लाल दुपट्टा मलमल का ,"
एक पुराना सुरीला गीत , इसी से प्रेरित हो ,
हमने एक लाल चूड़ीदार सूट बनाया ,
साथ में लाल दुपट्टा लेकर उसे सजाया ||
शान से उसे पहन , दुपट्टा लहराते ,
हम चल पड़े दोस्तों , मुस्कानें बिखराते ,
बहकी - बहकी पवन का झोंका आया ,
ले उड़ा हमारे दुपट्टे को , साथ की झाड़ी में उलझाया ||
हमने दौड़ कर पकड़ा दुपट्टा ,
झाड़ी की उलझनों से छुड़ाया ,
पाकर दुपट्टे को सही सलामत ,
हमने होठों पे अपनी मुस्कान को सजाया ||
आज भी वह दुपट्टा उसी गीत ,
के बोल हमारे दिल में जगा जाता है ,
गीतकार के मधुर बोल और ,
संगीतकार का कर्ण प्रिय संगीत ,
दिल और दिमाग में अठखेलियाँ कर जाते हैं ||
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