Tuesday, November 25, 2025

MAN - VACHAN ( KSHANIKAA )

 

                                  मन - वचन 

 

मत कर बुरे कर्म तू बंदे , सुंदर कर्म कर ले  ,

दूजे का बुरा नहीं करके  , अच्छों से  आँचल भर ले  ,

रचनाकार भी तो देख रहा है  , तेरे सारे कर्मों को ,

वही तो उनको तोल रहा है  , जो कुछ तू करता है   || 

 

उनके अनुसार ही वह फल  भी  देगा , जो तू करता है  ,

रचनाकार ने जीवन दिया तुझे बंदे ,उसी ने कर्म बनाए  ,

उन्हीं कर्मों को तू करता जा  , जो तेरे लिए बनाए   ||  

 

भविष्य तेरा निर्भर करेगा , तेरे ही कर्मों पर ,

रचनाकार भी तो खुश होगा  , जब तू अच्छे कर्म करेगा  ,

उसी  के बनाए सुंदर नियमों पर  , तू  मन - वचन से चलेगा  ||  

 

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