जिम्मेदारी
जिम्मेदारियाँ इतनी भी मत उठाओ यारों ,
कि सीधा खड़ा रहना ही मुश्किल हो जाए ,
कमर झुक गई तो क्या होगा यारों ?
जिंदगी ही मुश्किल हो जाएगी यारों ||
हौसलों की राह सीधी रखो यारों ,
जिससे हालातों को बदल सको तुम ,
हालातों से हौसले पस्त नहीं होते यारों ,
मगर हौसलों से हालातों को बदल डालो तुम ||
कोशिश करो अपनी जिम्मेदारियाँ भी किसी को ना दो ,
अपनी जिम्मेदारियाँ खुद ही समेटो यारों ,
और साथ ही मुस्कानें भी जगा लो यारों ||
मुस्कानें अपने साथ खिलखिलाहटें लाएँगी ,
नए - नए दोस्तों को भी लाएँगी ,
तो तुम अपने दोस्तों और खुशियों के ,
परिवार को बढ़ाओ यारों ||
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