Monday, November 17, 2025

PRERNAA ( KSHANIKAA )

 

                           प्रेरणा 

 

संघर्षों के बारे में  , लिखना ही काफी नहीं है  ,

उन संघर्षों से हमने  , क्या पाया  ? ये लिखना जरूरी है  ,

उसके बाद हम मुस्कुराए दोस्तों  ,  ये बताना जरूरी है  || 

 

दूजों को प्रेरणा उन्हीं  , शब्दों से मिलती है  ,

जो शहद में डूबे होते हैं  , ना कि करेले के रस में डूबे  ,

जब कि अच्छी सेहत , करेले से ही मिलती है  दोस्तों  || 

 

तो  आओ दोस्तों , हम दोनों को ही अपना लें  ,

शहद के साथ - साथ  , करेला भी अपना लें  ,

तभी तो स्वास्थ्य और  , जीवन दोनों सुंदर होंगे   || 

 

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