प्रेरणा
संघर्षों के बारे में , लिखना ही काफी नहीं है ,
उन संघर्षों से हमने , क्या पाया ? ये लिखना जरूरी है ,
उसके बाद हम मुस्कुराए दोस्तों , ये बताना जरूरी है ||
दूजों को प्रेरणा उन्हीं , शब्दों से मिलती है ,
जो शहद में डूबे होते हैं , ना कि करेले के रस में डूबे ,
जब कि अच्छी सेहत , करेले से ही मिलती है दोस्तों ||
तो आओ दोस्तों , हम दोनों को ही अपना लें ,
शहद के साथ - साथ , करेला भी अपना लें ,
तभी तो स्वास्थ्य और , जीवन दोनों सुंदर होंगे ||
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