बताओ
दोस्तों ! ज्यादा होशियार बनने की , कोशिश मत करो ,
नादान बने रहो , क्योंकि तुम तो नादान ही अच्छे हो ,
नादानी में तुम दिल से सोचोगे , वही अच्छा है ,
होशियार बन कर तो तुम हर समय , दिमाग से काम लोगे ,
सब रिश्तों को चूर - चूर कर जाओगे ||
नादान लोग ही दिल से सोचते हैं , दिल से काम लेते हैं ,
रिश्ते जोड़ते हैं , तोड़ते नहीं हैं ,प्यार में डूबे रहते हैं ,
इसलिए हमें तो वही नादान दोस्त ही चाहिएँ ,
जो मुस्कुरा कर बातें करें , दिल से रिश्ता बनाएँ ,
तो बताओ ! तुम क्या बनोगे ? क्या बनोगे ??
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