झर - झर
झर - झर झरना बहता जाए ,
कल - कल , कल - कल गीत सुनाए ,
ठंडा , मीठा जल दे जाए ,
धरती की ये प्यास बुझाए ,
नदिया , सागर को भर जाए ||
जल से जग सारा जीवन पाए ,
जगवासी जल के गुण गाएँ ,
मगर ना वो जल को बचाएँ ,
तो दोस्तों ! जल को स्वच्छ रखो ,
और जल को सुरक्षित कर लो ||
अपनी समझ को काम में लाओ ,
वर्षा - जल को करो इकठ्ठा ,
रखो स्वच्छ तुम जल को दोस्तों ,
और जल को बचाओ , जल को बचाओ ,
ना व्यर्थ बहाओ , जल को बचाओ दोस्तों ||
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