भाव शब्दों के
लिख दे लेखनी शब्द मधुर ,
उपजे हैं जो मेरे दिल से ,
तू भी प्यार करे मुझ से ,
मैं भी प्यार करूँ तुझ से ||
शब्दों का खजाना है तुझ में ,
भावों का खजाना मुझ में पलता ,
तेरे शब्द उतरें कागज पर ,
भावों का खजाना मुझ में चलता ||
तू तो मीठे शब्द संवार ,
मैं भावों को लेती हूँ निखार ,
जीवन तेरा - मेरा मिल कर ,
सब कुछ ही लेगा , गीतों को संवार ||
गीतों में जब शब्द जुड़ेंगे ,
भाव भी तो शामिल होंगे ,
जब सब सुनेंगे गीतों को ,
तभी तो सब ही खुश होंगे ||
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