Wednesday, December 10, 2025

BOOND - BOOND ( KSHANOKAA )

 

                           बूँद  -  बूँद 

 

पत्थरों को तराश कर  , जो मूर्तियाँ  बनती हैं  ,

उन्हीं मूर्तियों को ईश्वर के , रूप में  पूजा जाता है  ,

पत्थर जो पड़े थे राहों में  ,

उनका भविष्य इतना सुंदर होगा  ,

हम नहीं जानते थे , पत्थर खुद भी नहीं जानते थे  || 

 

दोस्तों मानव भी जन्म के समय  , पत्थर होता है  ,

उसी को गढ़कर ईश्वर नहीं  , इंसान बना लो  ,

तभी तो यह संसार  , स्वर्ग जैसा सुंदर होगा   || 

 

कण  - कण में प्यार बसा होगा  ,

बूँद  -  बूँद में प्यार बरसेगा  ,

उसी  वर्षा में खुद को , भिगो लो दोस्तों  ,

जिंदगी को सुंदरतम  , बना लो दोस्तों   ||   

 

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