Thursday, December 11, 2025

NARAMII ( KSHANIKAA )

 

                                   नरमी 

 

जिंदगी की हर राह में , फूल नहीं होते  ,

वो राहें तो काँटों से , सजी होती हैं  ,

उन्हीं राहों को , पार करो दोस्तों  ,

तभी तो वही काँटे  , फूलों में बदलेंगे   || 

 

हर काँटा नई हिम्मत देगा  , हौसला देगा  ,

कदमों को मुसीबत  से बचाने में  ,

इंसान के कदमों के नीचे  , फूल  खिलेंगे  ,

और इंसान उन राहों पर  , दौड़ लगाएगा   || 

 

तो उठो तैयार हो जाओ , शुरु  करो   ,

उन्हीं राहों पे दौड़ लगाने को   ,

मत सोचो पैर छलनी होंगे  ,

सोचो फूलों की नरमी  , पैर के नीचे है   || 

 

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