आर्तनाद
धकेलो न एक गर्त से दूसरे में ,
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
दूँगी मैं तुमको ढेरों खुशियाँ,
भरूंगी तुम्हारे आँचल में कलियाँ ,
काँटों में माँ फेंको न मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
कोई नहीं चाहता है न चाहे ,
तुम तो करो अपने आँचल का साया ,
तेज आंधियों से बचालो माँ मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
नारी का जीवन बीते दर्द भरा ,
तो क्या दोष मेरा है इसमें बताओ ,
औरों का बदला न लो माँ मुझसे ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
ये रंगीन दुनिया बनायी है जिसने,
बनाया है मुझको भी माँ उसीने ,
जीने से पहले न मारो माँ मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
अंश हूँ मैं तुम्हारा गैर नहीं हूँ ,
प्यार हूँ मैं तुम्हारा नफरत नहीं हूँ ,
बहाओ न पापा - माँ यूँ गर्त में मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
आने दो बाँहों के झूले में मुझको ,
पकड़ के अँगुली चलना सिखाओ मुझको ,
किलकारियों से खुशियाँ मैं दूँगी तुमको ।
आने दो बाँहों के झूले में मुझको |
धकेलो न एक गर्त से दूसरे में ,
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
दूँगी मैं तुमको ढेरों खुशियाँ,
भरूंगी तुम्हारे आँचल में कलियाँ ,
काँटों में माँ फेंको न मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
कोई नहीं चाहता है न चाहे ,
तुम तो करो अपने आँचल का साया ,
तेज आंधियों से बचालो माँ मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
नारी का जीवन बीते दर्द भरा ,
तो क्या दोष मेरा है इसमें बताओ ,
औरों का बदला न लो माँ मुझसे ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
ये रंगीन दुनिया बनायी है जिसने,
बनाया है मुझको भी माँ उसीने ,
जीने से पहले न मारो माँ मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
अंश हूँ मैं तुम्हारा गैर नहीं हूँ ,
प्यार हूँ मैं तुम्हारा नफरत नहीं हूँ ,
बहाओ न पापा - माँ यूँ गर्त में मुझको ।
आने तो दो माँ दुनिया में मुझको ।
आने दो बाँहों के झूले में मुझको ,
पकड़ के अँगुली चलना सिखाओ मुझको ,
किलकारियों से खुशियाँ मैं दूँगी तुमको ।
आने दो बाँहों के झूले में मुझको |
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